चम्पारण सत्याग्रह
यह सत्याग्रह राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी द्वारा सन् 1917 में बिहार के चम्पारण से शुरू किया गया था।
इस सत्याग्रह में महात्मा गॉंधी के साथ डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद, नरहरि पारेख,जेबी कृपलानी,महादेव देसाई एवं मजहर-उल-हक आदि लोग शामिल थे।
यह आंदोलन तीनकठिया पध्दति के तहत किसानो की जमीन पर 3/20 भाग पर नील की खेती करने की अनिवार्यता एवं उसे यूरोपीयों द्वारा निर्धारित मूल्य पर विक्रय करने की मजबूरी के विरोध में किया गया था।
ध्यानार्थ— इसी आंदोलन के दौरान ही गुरूदेव रवींद्रनाथ टैगोर ने महात्मा गॉंधी जी को महात्मा की उपाधि प्रदान की थी।