गायक विश्वजीत चौधरी पूरा गाना सम्पूर्ण गाना
चूनरी जयपुर से मंगवाई
चूूंदड़ी जयपुर ते मंगवाई
चूूंदड़ी जयपुर ते मंगवाई रे इंडी सोने की घड़वाई
रे इंडी सोने की घड़वाई
चूूंदड़ी जयपुर ते मंगवाईरे इंडी सोने की गढ़वाई
गले में कंठी गैर के नैटोकणी चांदी की याठाई
रूप कति निखरा पाट रया जिकरा
बहु कई मान गी काल्ली
दामण नीचे पहरि जुत्ती
बनगी देखो चीज कसूती
या गजबण पाणी नै चालीया
गजबण पाणी नै चालीया गजबण पाणी नै चाली
गजबण पाणी नै चाली
नौ लखे ने फैल करे
तेरे माथे आला टिक्का
आंख्यां के काजल के आगै
सारा सौदा फीका
नौ लखे ने फैल करे
तेरे माथे आला टीका
आंखां के काजल के आगे
सारा सौदा फीका
चांद का टुकडा
बैरण का मुखड़ा कसूती
गाला पै लाली
दामण निच्चै पहरि जुत्ती
बणगी देखो चीज कसूती
या गजबण पाणी नै चाली
या गजबण पाणी नै चाली
या गजबण पाणी नै चाली
गजबण पाणी नै चाली
पायल भी प्यारी लागै और
खुड़का भी अनमोल कति
झुमके भी दिखैं से महंगे
पाट्या कोन्या तोल कति
पायल भी प्यारी लागै और
खुड़का भी अनमोल कति
झुमके भी दिखैं से महंगे
पाट्या कोन्या तोल कति
या देखो हांसी
करै बदमाशी नाक में नथनी या डाली
दामण निच्चै पहरि जुत्ती
बणगी देखो चीज कसूती
या गजबण पाणी नै चाली
या गजबण पाणी नै चाली
या गजबण पाणी नै चाली
गजबण पाणी नै चाली
अम्बरा आली हूर परी
कुछ कोन्या इसके आगै
मुकेश जाजी देख लिये
आज भीड़ कुँए पे लागै
अम्बरा आली हूर परी
कुछ कोन्या इसके आगै
मुकेश जाजी देख लिये
आज भीड़ कुँए पे लागै
गाम का मौसम
बण ग्या औसम
बाजी दिला में टाली
दामण नीचे पहरि जुत्ती
बनगी देखो चीज कसूती
या गजबण पाणी नै चाली
या गजबण पाणी नै चाली
या गजबण पाणी नै चाली
गजबण पाणी नै चाली
गायक – विश्वजीत चौधरी लेखक – मुकेश जाजी
प्रोड्यूसर – सज्जन दोहान
म्यूजिक – म्यूजिक एम जे
अवधि – 3 मिनट 41 सेकंड