बौद्ध काल में उप सम्पदा संस्कार
उपसम्पदा संस्कार क्या है?|Baudh Kaal Up sampada sandkar kya hai| बौध्द शिक्षा संस्कार
बौद्ध काल में उच्च शिक्षा की समाप्ति के बाद कुछ छात्र जिन्हे श्रमण या सामनेर कहा जाता था वे गृहस्थ जीवन में प्रवेश करते थे और कुछ छात्र भिक्षु शिक्षा में प्रवेश करते थे।
भिक्षु शिक्षा सेवा में प्रवेश से पहले उनकी एक बार पुनः परीक्षा ली जाती थी और परीक्षा में जो छात्र उत्तीर्ण हो जाते उन्हें दस प्रतिज्ञाओं के अतिरिक्त आठ प्रतिज्ञाएँ लेनी पड़ती थी।
इस संस्कार को उप सम्पदा संस्कार कहा जाता था।
उपसम्पदा संस्कार क्या है?|Baudh Kaal Up sampada sandkar kya hai| बौध्द शिक्षा संस्कार