जैसा कि हम सभी जानते हैं कि सीटेट 2019 परीक्षा 7 जुलाई को होना प्रस्तावित है।
अभ्यर्थियों के मन में हमेशा इस परीक्षा को लेकर तमाम समस्याएं रहती हैं कि आखिर पेपर कैसा रहेगा।
हमने देखा है कि लोगों के बीच एक चर्चा रहती है कि
सीटेट का पेपर बहुत कठिन आता है अगैरा बगैरा लेकिन यदि आप इस परीक्षा के अभ्यर्थी हैं तो आप यह बात दिलोंदिमाग से निकाल दीजिए कि सीटेट परीक्षा बहुत ही कठिन है ।
यदि आप शिक्षा विषय के सामान्य स्तर का ज्ञान भी रखते हैं तो आप यह परीक्षा हर हाल में पहले प्रयास में ही उत्तीर्ण कर सकते हैं।
बशर्ते सबसे पहले आपको अपने दिमाग से परीक्षा बहुत कठिन होने का डर निकालना होगा क्योंकि हम सभी जानते हैं कि सीटेट परीक्षा कोई साधारण परीक्षा तो है नहीं जो एक दो रात पढने से उत्तीर्ण हो जायेगी असल में इसके लिए लगन, आत्मविश्वास और मेहनत की आवश्यकता होती है जिसके दम पर कोई भी साधारण अभ्यर्थी इस परीक्षा को उत्तीर्ण कर सकता है।
अब बात करें कि पेपर में क्या आयेगा तो हम आपको बता दें कि पेपर में बहुत सी बातें बहुत ही गहराई स्तर की होती हैं जो किसी परीक्षार्थी के लिए निर्णायक होती हैं।
आपने अगर सीटेट परीक्षा का फार्म भरा है तो सबसे पहले आप उसकी वेबसाइट पर जाकर सिलेबस डाउनलोड कर लें।
यदि आप सीटेट परीक्षा की तैयारी के लिए कोई कोचिंग सेंटर जॉइन करने का मन बना रहे हैं तो आपके पास पर्याप्त समय है तो आप जॉइन कर सकते हैं।
यदि पर्याप्त समय नहीं है तो आप घर बैठकर भी मेहनत करके परीक्षा उत्तीर्ण कर सकते हैं।
आप कोई भी लेवल का पेपर ट्राई कर रहे हों निम्न बातों का ध्यान अवश्य रखें।
1- जो भी पढ़े मन लगाकर ही पढ़ें और ऐसा नहीं कि आप ही निम्न स्तर से स्टार्ट कर रहे हैं बल्कि यह समस्या तो अधिकतर अभ्यर्थियों को फेस करनी पड़ती है।
2- बाल विकास व मनोविज्ञान सीटेट परीक्षा का ऐसा सेक्शन है जो आपके सामान्य विषयों से हटकर है।
कोई कठिन विषय नहीं है लेकिन इसको क्रेक करने के लिए आपको दिन रात मेहनत की नहीं बल्कि सही रणनीति की जरूरत होगी।
इसके लिए आप बाल विकास सेक्शन के अन्तर्गत कुछ मनोवैज्ञानिकों द्वारा दिए गए सिध्दांतों को गहराई से पढना है जिसमें सबसे ज्यादा आपको वाइगोटस्की का सामाजिक विकास का सिध्दांत, जीन पियाजे का संज्ञानात्मक विकास का सिध्दांत और लॉरेंस कोहेलबर्ग का नैतिक विकास का सिध्दांत सबसे ज्यादा पढ़ लेना है और किसी भी पेपर के अधिकतर प्रश्न इन्ही सिध्दांतों के इर्द गिर्द घूमते हैं।
इस सेक्शन में अगर सबसे ज्यादा पढ़ने लायक कुछ है तो वो पेडॉगॉजी है इसको अवश्य पढ़ लें।
3- आप पेपर के लिए चुने गए भाषा सेक्शन की भी तैयारी करें यदि आप हिंदी और इंगलिश या अन्य भाषा विषय की सामान्य जानकारी रखते हैं जो प्रश्न साधारण परीक्षाओं में आते हैं वहीं आते हैं,
उसमें ज्यादा ज्यादा मेहनत नहीं उचित रणनीति की आवश्यकता होगी।
4- गणित विषय सेक्शन के प्रश्न इतने कठिन स्तर के कभी नहीं आते जिसके लिए आपको लंबी चौड़ी कैलकुलेशन करना पड़े इसलिए ज्यादा परेशान होने की आवश्यकता नहीं ।
बस गणित की सामान्य जानकारी जो सिलेबस में अपेक्षित है को पढ़ लें और रिवाइज कर लें।
पेपर की तैयारी के दौरान आप टेंशन मुक्त होकर उचित रणनीति बनाएं और आत्मविश्वास के साथ पढ़ते रहें
क्योंकि
हमने देखा है कि कोई भी परीक्षार्थी जिसने अच्छा पढ़ा हो वो मात्र दो चार नंबर से ही फेल होता है तो फेल पास होने का तो डर दिमाग से निकाल ही दें।
अगर आप ऊपर सुझाए गई रणनीति को अपनाते है और अच्छी मेहनत करते हैं तो आप निश्चित तौर पर पास तो होंगे साथ ही अच्छे नंबऱ भी लायेंगे।
पेपर के दौरान प्रश्नों का उत्तर ढूंढने के दौरान यह अवश्य ध्यान रखें कि आप वहीं विकल्प चुनें जिसको कक्षा में अपनाने से छात्रों का अधिक से अधिक हित संवर्धित होता हो
और छात्रों की अधिगम क्षमता का विकास होता हो।
उत्तर चयन करते वक्त यदि आप कोई विकल्प थोड़े से भी कॉन्फिडेंस के साथ चुन चुकें हैं तो उस विकल्प को परीक्षा के अंत में न बदलें और हमेशा दिल की सुनें।
अंत में यही समझ लें कि किसी भी परीक्षा को उत्तीर्ण करने की कोई ट्रिक नहीं होती उसमें आपकी मेहनत और लगन ही कारगर साबित होती है।
आपकी उचित रणनीति ही आपको विजेता बनाती है।