लसीका |
रूधिर |
1:- लसीका द्रव रंगहीन होता है । |
1:- रुधिर का रंग लाल होता है । |
2:- लसीका में लाल रुधिर कणिकाएँ ( RBCs ) कम संख्या में होती हैं । |
2:- रुधिर में लाल रुधिर कणिकाएँ ( RBCs ) अधिक संख्या में होती हैं । |
3:- लसीका में श्वेत रुधिर कणिकाएँ( WBCs ) अधिक संख्या में होती हैं। |
2:- रुधिर में लाल रुधिर कणिकाएँ ( RBCs ) अधिक संख्या में होती हैं । |
4:- लसीका में फाइब्रिनोजेन ( Fib-rinogen ) की मात्रा कम होती है, फिर भी थक्का जमने की शक्ति इसमें निहित होती है । |
4:- रुधिर में फाइब्रिनोजेन ( Fib-rinogen ) की मात्रा अधिक होती है जिससे यह आसानी के साथ थक्का बन जाता है । |
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