टोली शिक्षण विधिटोली शिक्षण विधि शिक्षण की एक नवीनतम विधि है।
दल शिक्षण या टोली शिक्षण विधि में दो या दो से अधिक अध्यापक एक साथ मिलकर शिक्षण कार्य करते हैं।प्रायः देखा जाता है कि यदि किसी विद्यालय में एक ही विषय के एक से अधिक अध्यापक हैं तो उम्मीद की जा सकती है कि बालकों को उस विषय में सबसे अच्छा शिक्षक जो होगा उसको ही शिक्षण करने की जिम्मेदारी दी जायेगी। टीम टीचिंग में एक से अधिक मिल जुलकर अच्छे से अच्छा पढ़ा सकते हैं। प्रत्येक अध्यापक की शिक्षण प्रभावशीलता में कोई न कोई अंतर अवश्य होता है ऐसी स्थिति में किसी भी क्षेत्र में कमी वाले शिक्षक को टीम टीचिंग के माध्यम से अपने साथी अध्यापकों की मदद भी मिलती है और अपनी कमियों को सुधारने का पर्याप्त अवसर मिलता है। टोली शिक्षण की विशेषता -1- टोली शिक्षण में दो या अधिक शिक्षक शिक्षण कार्य करते हैं। 2- टोली शिक्षण छात्रों और शिक्षकों में सुधार करने का पर्याप्त अवसर प्रदान करता है। 3- टोली शिक्षण के पश्चात शिक्षण अधिगम की प्रक्रिया के लिए जो बेहतर होता है, शिक्षक या अधिगमकर्ता दोनों को प्राप्त होता है। 4- टोली शिक्षण के पश्चात शिक्षकों में समूह की भावना विकसित होती है।